अंजनी प्रकाशन आपके मौलिक और अप्रकाशित रचनाओं को ‘गौरांजली’ पत्रिका के प्रवेशांक के लिए सादर आमंत्रित करता है। यह पत्रिका त्रैमासिक प्रकाशित की जाएगी। हमें आपकी रचनात्मकता से समृद्ध कहानियाँ, लघुकथाएँ, कविताएँ, नवगीत, गज़लें, शोधपरक आलेख, यात्रा संस्मरण, व्यंग्य, बाल एवं युवा रचनाएँ, पुस्तक समीक्षाएँ, और सफलता की प्रेरक कहानियाँ बेहद आकर्षित करती हैं। साथ ही, हम चित्रकला से जुड़ी रचनात्मक प्रस्तुतियाँ भी आमंत्रित करते हैं। ‘गौरांजली’ विशेष रूप से द्विभाषी अनुवाद आलेखों के लिए प्रयासरत है। यदि आपकी रचना हिंदी में है, तो उसके साथ उसका अंग्रेजी संस्करण भी प्रस्तुत किया जाना अपेक्षित है। इसी तरह, अंग्रेजी में लिखी रचना को हिंदी में अनुवाद करके भेजना होगा। इसके अलावा, क्षेत्रीय भाषाओं में लिखे गए आलेखों का हिंदी अनुवाद भी अनिवार्य रूप से स्वीकार्य होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि आपकी रचनाएँ अधिक व्यापक और विविध पाठक वर्ग तक पहुँच सकें।
हमारी पत्रिका का प्रमुख उद्देश्य हिंदी भाषा और राजभाषा के प्रचार-प्रसार में महत्त्वपूर्ण योगदान देना है। हम साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्टता और विविधता को प्रोत्साहित करते हुए लेखकों को एक ऐसा मंच प्रदान करते हैं, जहाँ उनकी आवाज़ न केवल सुनी जाती है, बल्कि सजीव और संरक्षित भी रहती है। इस संदर्भ में, हम राजभाषा हिंदी के क्षेत्र में सफलता की कहानियाँ भी प्रकाशित करते हैं, जो हिंदी भाषा के विकास, उसके प्रयोग, और उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को सामने लाती हैं। इन कहानियों से यह भी प्रेरणा मिलती है कि कैसे हिंदी भाषा ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर अपनी पहचान को सशक्त बनाया है।
हम ‘आओ कुछ नया सीखें’ नामक एक नई श्रेणी भी जोड़ रहे हैं, जिसमें ऐसी रचनाएँ शामिल की जाएँगी जो किसी नवीन विषय, ज्ञान या कौशल को सीखने से संबंधित होंगी। इस श्रेणी के माध्यम से पाठकों को कुछ नया जानने और सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी जिज्ञासा और रचनात्मकता को प्रोत्साहन मिलेगा।
रचनाएँ फुलस्केप कागज पर साफ-सुथरी लिखी हुई या शुद्ध टंकित होनी चाहिए, ताकि उन्हें पढ़ने और समझने में कोई कठिनाई न हो। कृपया लंबी रचनाएँ बिना पूर्व स्वीकृति के न भेजें। आप अपनी रचनाएँ 20 अक्टूबर तक gouranjali@anjaniprakashan.com पर भेज सकते हैं। प्रत्येक रचना के साथ शीर्षक, लेखक का नाम, पता, दूरभाष संख्या, लेखक परिचय, और फोटो भेजना अनिवार्य है। रचनाओं के चयन और प्रकाशन का निर्णय योजना और व्यवस्था के अनुसार किया जाएगा, इसलिए कृपया रचना भेजने के बाद दूरभाष द्वारा जानकारी प्राप्त करने का प्रयास न करें।
हम आपकी रचनात्मकता को प्रोत्साहन देने और आपके अद्वितीय विचारों को एक सार्थक मंच प्रदान करने के लिए तत्पर हैं। ‘गौरांजली’ के प्रवेशांक में आपकी रचनाओं का स्वागत है, और हम आपकी प्रतिभा को व्यापक पाठक वर्ग के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए उत्सुक हैं।
सादर धन्यवाद,
नंदलाल साव
मुख्य संपादक, गौरांजली एवं
संस्थापक व संचालक
अंजनी प्रकाशन, कोलकाता
संपर्क : 8820127806
आपने गौरांजली के माध्यम से नये लेखक को अच्छा आवसर दिये है
आपका बहोत धन्यवाद
धनराज भारती दैनिक भास्कर नांदेड जिल्हा प्रतिनिधि
सवादाता
एक बेहतरीन पहल
इससे बड़े स्तर पर पाठकवर्ग लाभांवित होंगे।
एक बेहतरीन पहल
इससे बड़े स्तर पर पाठकवर्ग लाभांवित होंगे।
द्विभाषिक रचना आमंत्रण बढ़िया विचार है
सार्थक प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद🌹👌🏻
बेहतरीन प्रयास👍