“अंटार्कटिका – एक अनोखा महादेश” पुस्तक एक अद्भुत यात्रा संस्मरण है, जिसमें लेखिका माला वर्मा ने अपने अद्भुत अनुभवों को विवरणीय ढंग से प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक उन यात्रियों के लिए एक सोने की तूलिका है, जो प्राकृतिक सौंदर्य की खोज में रुचि रखते हैं और अद्भुत दृश्यों के साथ जुड़ना चाहते हैं।
पुस्तक में लेखिका माला वर्मा ने अपने अंटार्कटिका यात्रा के उद्देश्य, तैयारियाँ, यात्रा की रूचिकर विशेषताएँ और उसे पूरा करने के लिए किए गए संघर्षों को सटीकता से बयां किया है। वह यहां के रहने वाले अद्भुत जीव-जन्तुओं और पक्षियों – पेंगुइन, व्हेल, सील, ओर्का, स्कूआ, अल्बाट्रॉस, अंटार्कटिक टर्न, पेट्रेल, सीथबिल आदि के बारे में अपने विचारों को साझा करती है।
अंटार्कटिका के खास वातावरण और मौसम के साथ लड़ने के अनुभव ने इस यात्रा को रोचक बनाया। लेखिका के अनुभवों के माध्यम से पाठक इस यात्रा संस्मरण का साक्षात दर्शन कर सकते हैं।
इस पुस्तक के माध्यम से लेखिका माला वर्मा ने अपने पाठकों को यह संदेश दिया है कि धरती पर भी वे अपने प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति संवेदनशील हों, जो उन्हें एक अद्भुत अनुभव और शांति का अनुभव करने का मौका देता है। इस पुस्तक को पढ़कर पाठकों को उन्हें नए जीवन के साथ अपनी आत्मा का संवाद करने का एक नया माध्यम प्राप्त होगा।
अंटार्कटिका : एक अनोखा महादेश
₹500.00
अंटार्कटिका : एक अनोखा महादेश
अंटार्कटिका यात्रा अद्भुत अनुभव प्रदान करती है। यहां विशाल बर्फीले महादेश का अनोखा सौंदर्य देखने को मिलता है। पेंगुइन और व्हेल जैसे वन्यजीवन के साथ अविस्मरणीय मुलाकातें होती हैं। वैज्ञानिक शोध करने का अवसर भी मिलता है। इस संदर्भ में भीषण ठंडे तापमान का सामना करना और खतरनाक स्थानों में अपना जीवन बचाना चुनौतीपूर्ण होता है। अंटार्कटिका की यात्रा साहसिक, शिक्षाप्रद और निडरता का प्रतीक है, जो दिलों में प्रकृति के लिए सम्मान और उसे बचाने का भाव जगाती है। यह अनूठा अनुभव है जो जीवन भर याद रहेगा।
– माला वर्मा
80 in stock
- Author: Dr Mala Verma
- Edition: First
- Language: Hindi
- Publisher: Anjani Prakashan
Weight | 250 g |
---|---|
Dimensions | 24 × 14 × 2.5 cm |
No more offers for this product!
General Inquiries
There are no inquiries yet.
Reviews
There are no reviews yet.